गायत्री मंत्र के फायदे
गायत्री मंत्र जाप विधि
गायत्री मंत्र का जाप रुद्राक्ष की माला से किया जाना चाहिए।
शुक्रवार को गायत्री मंत्र जाप करते समय पीले वस्त्र में और हाथी पर विराजमान माता गायत्री का ध्यान करें।
गायत्री मंत्र और उसका अर्थ
गायत्री मंत्र:- ॐ भूर्भुव: स्व: तत्सवितुर्वरेण्यं भर्गो देवस्य धीमहि धियो यो न: प्रचोदयात्।
अर्थात .. उस प्राणस्वरूप, दुःखनाशक, सुखस्वरूप, श्रेष्ठ, तेजस्वी, पापनाशक, देवस्वरूप परमात्मा को हम अपने अन्तःकरण में धारण करें। वह परमात्मा हमारी बुद्धि को सन्मार्ग की ओर प्रेरित करे।
गायत्री मंत्र के नियमित जाप से सिद्धियां प्राप्त की जा सकती हैं। यह सफलता प्रदान करने वाला मंत्र है।
इस मंत्र के जाप से नेत्रों में तेजी आती है।
इस मंत्र के जप से जीवन में सुख समृद्धि बनी रहती है।
इस मंत्र के जाप से मन एकाग्र होता है और ज्ञान में वृद्धि होती है।
शास्त्रों में यह भी बताया गया है कि गायत्री मंत्र के जाप से कई प्रकार के दोष भी खत्म हो जाते हैं और व्यक्ति को आंतरिक शांति की अनुभूति होती है।